...

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आसक्तिया और मोह
अब त्याग दीं
है मैंने अपनी सारी आसक्तिया और मोह के बंधन
अब नहीं रहा कोई आकर्षण उन खजानो का जिन्हे उम्र भर.
मैंने अपने खून पसीने खर्च कर जोड़े थे
क्योंकि अब ये साफ हो चुका है
मेरे मन मे
कि अब नहीं रहा कोई फासला जिंदगी और मौत मे.और .. न कोई मेरा पूनर्जन्म होने वाला है