...

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चाहत है
चाहत है तुझे चाहने की,
पर चाहकर क्या करूंगा ।
चाहत है फिर से इश्क़ की,
पर प्यार भी पाऊंगा ।।
चाहत है तुझे ढूंढ़ने की,
पर मिलकर क्या करूंगा।
चाहत है फिर से खोजाने की,
पर आ भी पाऊंगा ।।
चाहत है तुझे पाने की,
पर पाकर क्या करूंगा ।
चाहत है फिर से टूटने की,
पर जुड़ भी पाऊंगा ।।
चाहत है तुझे देखने की,
पर निहारकर क्या करूंगा ।
चाहत है फिर से आजमाने की,
पर भरोसा भी पाऊंगा ।।
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