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प्रेम सँवारता है ।
प्रेम दुःख नहीं देता, प्रेम दुःख खत्म करता है।
प्रेम सहारा बनता है निर्बल का, प्रेम जीवन में प्राण डालता है।धोखेबाज़ी दुःख देती है, चालाकी दुःख देती है, स्वार्थ दुःख देता है, बेईमानी दुःख देती है । प्रेम के लिये कभी मत कहना कि प्रेम दुःख देता है, प्रेम के नाम पर जब आप के साथ कुछ और होता है, तो ही दुःख होता है, गलती प्रेम की नहीं है, प्रेम की जगह जो कुछ और हुआ वह दुःखदायी है , प्रेम निर्दोष है , प्रेम सँवारता है, प्रेम को यूँही बदनाम नहीं किया करते । प्रेम सच्चे लोगों के बस की बात है ।
प्रेम दिमागदारों के लिए नहीं है।
© 🌍Mr Strength