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रिश्ते
अगर हमारे दिमाग में खिड़कियाँ लगी होती, तो बड़ी मुश्किल हो जाती, युद्ध हो जाते जगह-जगह, क्योंकि लोग खिड़कियाँ खोल-खोल कर देख लेते की कौन किसके बारे में क्या सोच रहा है, फिर तो संसार में एक भी दोस्ती जीवित नहीं रह पाती, दोस्तियाँ जीवित हैं,क्योंकि कई बातें पर्दे में दबी है, उनका हमें अभी पता नहीं है।कोई भी इंसान एक मुँह लेकर नहीं जी रहा है।
© 🌍Mr Strength
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