ग़ज़ल
वो जो दिखने में गुलाबों की तरह होता है
उस का लहजा ही तो ख़ारों की तरह होता है
जिन के कपड़ों पे लगे रहते हैं पैवन्द कई
उन का किरदार सितारों की तरह होता है
माँ का हँसना तो है जन्नत की ज़मानत लेकिन...
उस का लहजा ही तो ख़ारों की तरह होता है
जिन के कपड़ों पे लगे रहते हैं पैवन्द कई
उन का किरदार सितारों की तरह होता है
माँ का हँसना तो है जन्नत की ज़मानत लेकिन...