4 views
पहचान
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले इस जहाँ में ,
हासिल करना तुझे अपना मकाम होगा
आयेंगी अड़चनें लाख़,हासिल करने में मंजिल
पर मिलने के बाद मंजिल , बड़ा तेरा नाम होगा
मन की एकाग्रता,तन का नियंत्रण
यही तुम्हारे सफ़लता का राज़ होगा
है जग में कुछ भी असंभव नहीं
हर सम्भव करना तुझे प्रयास होगा
बदलेगा निश्चय ही कल तुम्हारा
बस मेहनत तुझे करना अपने आज पे होगा
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले इस जहाँ में ,
हासिल करना तुझे अपना मकाम होगा
आयेंगी अड़चनें लाख़,हासिल करने में मंजिल
पर मिलने के बाद मंजिल , बड़ा तेरा नाम होगा
मन की एकाग्रता,तन का नियंत्रण
यही तुम्हारे सफ़लता का राज़ होगा
है जग में कुछ भी असंभव नहीं
हर सम्भव करना तुझे प्रयास होगा
बदलेगा निश्चय ही कल तुम्हारा
बस मेहनत तुझे करना अपने आज पे होगा
Related Stories
8 Likes
2
Comments
8 Likes
2
Comments