...

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राधे-राधे
खुद के चंचल मन को मार
मिटा मन का अंधा अहंकार।
त्याग कर अहं का व्यवहार
हृदय से कर राधे कृष्ण की जय नाम जप बारंबार।
करेगा वही माया, मोह, लोभ,
काम और ईर्ष्या से बेड़ा पार।

राधे-राधे

- डॉ. जगदीश राव
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