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sadness before sleeping
जब चैन से सोना चाहा ,
थक हार के जमाने से ,
तभी शब्दो ने दस्तक दी ,
बोले जज़्बात वो लेकर आए ।
बांध कर रख नही सकता
मैं मेरी चलती कलम को ,
लिख कर काले अक्षर ,
उनमें जान फूंक देता हूं।
बर्बाद जिंदगी है ,
और वीराने का राजा हूं,
दिल की तन्हाई में ,
तेरी यादें खुशहाल है।।
© lafzbykabir
थक हार के जमाने से ,
तभी शब्दो ने दस्तक दी ,
बोले जज़्बात वो लेकर आए ।
बांध कर रख नही सकता
मैं मेरी चलती कलम को ,
लिख कर काले अक्षर ,
उनमें जान फूंक देता हूं।
बर्बाद जिंदगी है ,
और वीराने का राजा हूं,
दिल की तन्हाई में ,
तेरी यादें खुशहाल है।।
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