जिंदगी की सांझ
जैसे वो
खूबसूरत सांझ.
रात मे डलती जा
रही है......
मैं भी वैसे ही.
अपनी जिंदगी को
रात के अँधेरे मे
दलते हुए देख.
रहा हू
लगता है इन घने अँधेरों मे
रास्ते तलाशने के लिए ..
मुझे भटकना पड़ा तो मुझे
जंगल के इन जुगनूओ
से दोस्ती करनी पड़ेगी
खूबसूरत सांझ.
रात मे डलती जा
रही है......
मैं भी वैसे ही.
अपनी जिंदगी को
रात के अँधेरे मे
दलते हुए देख.
रहा हू
लगता है इन घने अँधेरों मे
रास्ते तलाशने के लिए ..
मुझे भटकना पड़ा तो मुझे
जंगल के इन जुगनूओ
से दोस्ती करनी पड़ेगी