दूरियां
#दूर होने लगे
कहकशां भी अफ़सुर्दा सी लगे
जब माहताब की जानिब
सितारे खिसकने लगे
जुस्तजू में उसे भूल जाने की
हम पाने की तमन्ना करने लगे
दूर जाने की मुनासिब सी वजाहत देना
फकत 'शिखा' मुस्कराने ही लगे
© Shikha_
कहकशां भी अफ़सुर्दा सी लगे
जब माहताब की जानिब
सितारे खिसकने लगे
जुस्तजू में उसे भूल जाने की
हम पाने की तमन्ना करने लगे
दूर जाने की मुनासिब सी वजाहत देना
फकत 'शिखा' मुस्कराने ही लगे
© Shikha_
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