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पिकनिक
बना प्लान पिकनिक का
,जाने को हुए तैयार
नासमझ थे हम दोस्त चार
मौका मिला तो
अकेले जा रहे थे बाहर
खुशी हमारी का ना था कोई ठिकाना
बैठने को जगह चुना,
लोकेशं था वो बहुत पुराना
माहोल को और अच्छा बनाया
जब किसी अदृश्य चीज़ ने थोड़ा गुनगुनाया
हमे और हैरान करने को उसने घुंघरूओ को थोड़ा छनकाया था
लगा जैसे हमें उसने पास बुलाया था।
© Kushi2212
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