उदासी लगता यहां
माना इस तन में मेरे, कुछ रंग है, कुछ रूप है,
थोड़ी छांव है, कुछ धूप है, कुछ भाव है, कुछ भंगिमा ।
मन की है कुछ चाहतें, दिलमें लिखी कुछ आयतें,
कुछ उम्मीदें कुछ है उमंग, कुछ कच्चेसे है मेरे वो रंग ।
© ©®Devideep3612
कुछ लोग है जो पसंद है, कुछ देखतेही नापसंद है,
छुपा छुपासा उनमें ही, वो ही इक मनपसंद है।
रंगीन सा सजा हुआ, जीवन ये साजो...
थोड़ी छांव है, कुछ धूप है, कुछ भाव है, कुछ भंगिमा ।
मन की है कुछ चाहतें, दिलमें लिखी कुछ आयतें,
कुछ उम्मीदें कुछ है उमंग, कुछ कच्चेसे है मेरे वो रंग ।
© ©®Devideep3612
कुछ लोग है जो पसंद है, कुछ देखतेही नापसंद है,
छुपा छुपासा उनमें ही, वो ही इक मनपसंद है।
रंगीन सा सजा हुआ, जीवन ये साजो...