सुबह का जाम
हर सुबह उठते ही जिसे याद करूं
वो सुकून भरा एहसास हो तुम
मेरी स्वास में जो ताजगी भर दे ऐसी स्वास हो तुम
जिसको गले लगा कर अपना हक जता सकूं वो प्यार हो तुम।।
© Mamta
वो सुकून भरा एहसास हो तुम
मेरी स्वास में जो ताजगी भर दे ऐसी स्वास हो तुम
जिसको गले लगा कर अपना हक जता सकूं वो प्यार हो तुम।।
© Mamta
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