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अँधेरे महकने लगे
अँधेरे महकने लगे, रात की चादर ओढ़ी है,
दिल की गहराइयों में छुपी बातें बोली है।
चाँदनी की किरणें छू गईं मेरे चेहरे को,
दिल की धड़कनें कह रहीं हैं, तेरे ख्वाबों को छू लो।
खुशबू भरी हवाएं सुनाती हैं किस्से पुराने,
मेरी आँखों में तेरी यादों की कहानी बसी है।
अब तो मेरी रातें भी जगमगाहट से भरी हैं,
तेरी यादों के चाँदनी बिखरी हुई रातें सजी हैं।
© Simrans
दिल की गहराइयों में छुपी बातें बोली है।
चाँदनी की किरणें छू गईं मेरे चेहरे को,
दिल की धड़कनें कह रहीं हैं, तेरे ख्वाबों को छू लो।
खुशबू भरी हवाएं सुनाती हैं किस्से पुराने,
मेरी आँखों में तेरी यादों की कहानी बसी है।
अब तो मेरी रातें भी जगमगाहट से भरी हैं,
तेरी यादों के चाँदनी बिखरी हुई रातें सजी हैं।
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