दिल में रहा .........✍️
दिल में रहा जहन में उतर कर नही देखा
उसने मेरी आँखों को पढ़कर नही देखा
क्यों सुनाऊ में हाले दिल उसको
जिसने जज्बातों को मेरे समझकर नही देखा
वैसे ती बड़ी फ़िक्र थी हमारी उनको
फिर आज क्यों घर...
उसने मेरी आँखों को पढ़कर नही देखा
क्यों सुनाऊ में हाले दिल उसको
जिसने जज्बातों को मेरे समझकर नही देखा
वैसे ती बड़ी फ़िक्र थी हमारी उनको
फिर आज क्यों घर...