क्या इतना काफ़ी नही ...........✍️
क्यू शिकायत रखें हम
कि कोई हमारा नहीं
हम तो किसी के है
क्या इतना काफ़ी नहीं
रोज़मर्रा का ये सफ़र
माना मुश्किल है
मगर हौसलें साथ है
क्या इतना काफ़ी नहीं
मुसलसल क़र्ज़ -...
कि कोई हमारा नहीं
हम तो किसी के है
क्या इतना काफ़ी नहीं
रोज़मर्रा का ये सफ़र
माना मुश्किल है
मगर हौसलें साथ है
क्या इतना काफ़ी नहीं
मुसलसल क़र्ज़ -...