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ROHIT ROSHAN...!!!
कहो ना प्यार है
ये लफ्ज़ में कभी उसके मूंह से सुन नहीं पाया
तारे वारे तोड़ लाऊ ऐसा तो मेने वादा भी नहीं किया था
सीधा साधा इश्क़ था मेरा और तो कुछ आता नहीं था
मेरे अंदर न कोई राजा मिलेगा न शहजादा कोई मिलेगा
हा प्यार जितना चाहती हो उससे ज्यादा मिलेगा
पर में उसकी नज़र में गलत था
में वो दो बोल नहीं सुन सका
कहो ना प्यार है...!!!
चुप क्यो हो कुछ कहो ना
अपनी इन बोलती आखों को इतना ख़ामोश मत रहने दो ना
चुप क्यो हो कुछ कहो ना
कोई तो बात हमारी तुम्हे याद आती होगी
जो तुम्हारी आखों मे दरिया भर जाती होगी
चलो हमारा प्यार ना सही कोई और सितम ही बया कर दो
एक बार फिर अपनी नजरो में जा गिरू
बस इतनी दया कर दो
अगर किया है भूले से भी प्यार तुम्हे
अरे छोड़ो ये गलतफहमी अपने अंदर से दफा कर दो
चलो माना तुम्हारी बात की तुम ना समझ थी
पगली हमने इश्क में कोई पीएचडी थोडी की थी
खेर अब क्या रक्खा है इन बातो में
मेरी सच्ची मोहब्बत के नाकाम इरादो में
मेरी छोड़ो तुम अपनी सुनाओ
थामा है जिसका हाथ इससे खुश तो हो ना
मुद्दतो बाद मिले हैं हम तुम से चुप क्यो हो कुछ कहो ना
कुछ कहो ना....!!!!
© Lotus 🪷
ये लफ्ज़ में कभी उसके मूंह से सुन नहीं पाया
तारे वारे तोड़ लाऊ ऐसा तो मेने वादा भी नहीं किया था
सीधा साधा इश्क़ था मेरा और तो कुछ आता नहीं था
मेरे अंदर न कोई राजा मिलेगा न शहजादा कोई मिलेगा
हा प्यार जितना चाहती हो उससे ज्यादा मिलेगा
पर में उसकी नज़र में गलत था
में वो दो बोल नहीं सुन सका
कहो ना प्यार है...!!!
चुप क्यो हो कुछ कहो ना
अपनी इन बोलती आखों को इतना ख़ामोश मत रहने दो ना
चुप क्यो हो कुछ कहो ना
कोई तो बात हमारी तुम्हे याद आती होगी
जो तुम्हारी आखों मे दरिया भर जाती होगी
चलो हमारा प्यार ना सही कोई और सितम ही बया कर दो
एक बार फिर अपनी नजरो में जा गिरू
बस इतनी दया कर दो
अगर किया है भूले से भी प्यार तुम्हे
अरे छोड़ो ये गलतफहमी अपने अंदर से दफा कर दो
चलो माना तुम्हारी बात की तुम ना समझ थी
पगली हमने इश्क में कोई पीएचडी थोडी की थी
खेर अब क्या रक्खा है इन बातो में
मेरी सच्ची मोहब्बत के नाकाम इरादो में
मेरी छोड़ो तुम अपनी सुनाओ
थामा है जिसका हाथ इससे खुश तो हो ना
मुद्दतो बाद मिले हैं हम तुम से चुप क्यो हो कुछ कहो ना
कुछ कहो ना....!!!!
© Lotus 🪷
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