यादो की पतंग
यादो
की पतंग
से मन की डोर..
बंधी हैं
और
ये डोर अब. तुम्हे जीवन
पर्यंत उदाती रहेगी
भरी अदालत में.
तुमने झूठी
कसम खा कर
मुझे सज़ा दिलवाई
थीं
अब एक दिन तुम्हे खुदा के. घर जाकर. इस बात क़ा हिसाब देना
पड़ेगा
की पतंग
से मन की डोर..
बंधी हैं
और
ये डोर अब. तुम्हे जीवन
पर्यंत उदाती रहेगी
भरी अदालत में.
तुमने झूठी
कसम खा कर
मुझे सज़ा दिलवाई
थीं
अब एक दिन तुम्हे खुदा के. घर जाकर. इस बात क़ा हिसाब देना
पड़ेगा
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