काफ़ी है
शब्दों की जरूरत नहीं अब
तुम्हें समझने के लिए
अब तुम्हारे एहसास ही
काफ़ी है।
तुम भले ही मुझसे नहीं मिले
पर मेरे जीने के लिए
तुम्हारे ख्वाब ही काफ़ी है।
© Tinki
तुम्हें समझने के लिए
अब तुम्हारे एहसास ही
काफ़ी है।
तुम भले ही मुझसे नहीं मिले
पर मेरे जीने के लिए
तुम्हारे ख्वाब ही काफ़ी है।
© Tinki
Related Stories