2 views
आज के देशभक्त
आजादी के अनंतर, बदल गया है, देशभक्ति का अर्थ। समझदारों को, जान लेना है, बदला हुआ यह अर्थ। हासक, तथा तक्ररीर झाडनेवाले ही देशभक्त नहीं आज। विधिवत् काम में लगने वाले कर्मचारी सब देशभक्त हैं आज
सिर्फ अध्ययन में लगे छात्र, अध्यापक, अफसर, कारखानों के मजदूर, सैनिक, किसान, सेवक, अपने, अपने, स्थान का धर्म जो ठीक ठीक निभाते हैं, अपनी कुर्सी को समाज के हित का आसन जो मानते हैं;
अपने लिए सुविधाएँ जुटा लेने को ही हक्र, न समझकर, समाज का हित भी धर्म मान, निर्धारित, अपनी, अपनी, जगह पर, मन लगाकर, काम, जो करते निरंतर,
मानो, ये सभी देशभक्त हैं आज यहाँ। देशभक्त कोई बन के नहीं आता है यहाँ। यहाँ पर घटित घटनाएँ ही उसे बनाती हैं। घटनाएँ जिसे बनाती हैं, जीवन उसका कंटकमय होता है।
© Kushi2212
सिर्फ अध्ययन में लगे छात्र, अध्यापक, अफसर, कारखानों के मजदूर, सैनिक, किसान, सेवक, अपने, अपने, स्थान का धर्म जो ठीक ठीक निभाते हैं, अपनी कुर्सी को समाज के हित का आसन जो मानते हैं;
अपने लिए सुविधाएँ जुटा लेने को ही हक्र, न समझकर, समाज का हित भी धर्म मान, निर्धारित, अपनी, अपनी, जगह पर, मन लगाकर, काम, जो करते निरंतर,
मानो, ये सभी देशभक्त हैं आज यहाँ। देशभक्त कोई बन के नहीं आता है यहाँ। यहाँ पर घटित घटनाएँ ही उसे बनाती हैं। घटनाएँ जिसे बनाती हैं, जीवन उसका कंटकमय होता है।
© Kushi2212
Related Stories
3 Likes
0
Comments
3 Likes
0
Comments