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बिगुल


माँ, असीमित शक्तियों का भंडार होती हैं, जिनके स्मरण मात्र से ही कष्ट दूर हो जाते
हैं l अगर वो यशोदा है, कौशल्या है तो वहीं भद्रकाली और चंडी का भी स्वरूप हैं l ऐसी ही कुछ हमारी माँएं होती हैं, मेरी माँ कुछ ज़्यादा ही रानी लक्ष्मी बाई के गुणों से भरी हुईं थीं, कभी कहीं कुछ भी ग़लत, असहनीय था उनके लिए l

विकसित क्षेत्र में रहते हुए भी अक्सर हमें बिजली और पानी के संकट से गुज़रना पड़ रहा था, चुनाव आते और चले जाते, क्षेत्रीय विधायक आते, वोट की मनुहार करते और चले जाते l

ऐसे ही समय बीत रहा था, वो महीना मार्च का था, बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं का समय l सभी परेशान थे!

कई दिन से बिजली और पानी नहीं आ रहा था और क्षेत्रीय विधायक जी के पास लोग बार बार जाकर अपनी समस्या बता चुके थे मग़र हाल जस का तस था l

हमारी मम्मी को भी ये बात पता चली कि विधायक जी की समस्या निदान करने में कोई रुचि नहीं है और अब लोगों से मिलने में भी आनाकानी कर रहे हैं l

मम्मी सभी महिलाओं और बाकी लोगों को साथ लेकर पहुँची विधायक जी के घर, पहले तो उनके सेक्रेटरी ने मिलवाने से ही मना कर दिया और लोगों को चले जाने के लिए कहा l

मग़र बहुत दिनों से प्यासी और गर्मी से बेहाल लोगों की भीड़ से ये सब सहन नहीं हुआ, उन्होंने एकजुट हो समस्या से निबटने का बिगुल बजा दिया l लोगों ने जुगत लगाई और पीछे के दरवाज़े से महिला मंडली विधायक जी के घर में घुस गयी और बाकी आधे लोगों ने सामने के दरवाज़े पर कोहराम मचा दिया l
हमारी मम्मी बहुत दबंग और निडर महिला थीं, सत्य की लड़ाई लड़ने में न कभी डरीं और न ही पीछे हटीं l

नेता जी अपने वातानुकूलित घर में दोपहर का भोजन कर रहे थे, भीड़ ये देख कर और आग बबूला हो गयी l मम्मी बोलीं, " नेता जी, आप इतने आराम से खाना खा रहे हो, हमारे घरों में बच्चों का बुरा हाल है, कई दिन से भूखे और प्यासे हैं, वोट माँगने के समय तो आप बहुत मनुहार करते हैं वोट के लिए और अब लोगों से मिलना भी आपको पसंद नहीं! " लोग बेकाबू हो रहे थे, गुस्से में थे, नेता जी भी ये सब देख कर बहुत घबरा गए थे, किसी तरह मम्मी ने लोगों को शांत किया मग़र और कितना सब्र करते, बिगुल तो फूँक दिया था, लोगों ने नेता जी के घर पर पूरी तरह कब्ज़ा कर लिया था, घर में सिर्फ़ लोग ही लोग थे, नेता जी का खाना और पानी भी ले लिया गया l उन्हें सख़्त हिदायत दी गयी जब तक हमारे घरों में बिजली पानी नियमित नहीं आयेगा, आपको भी खाना, पानी और बिजली नहीं मिलेगी, आप को भी हमारे साथ भूखे प्यासे रहना होगा, महिला सशक्तिकरण काम आया, लोग जमे रहे वहीं l

फलस्वरूप, नेता जी ने फोन घुमाये, दौड़ भाग की और शाम तक बिजली पानी का प्रबंध करवाया!

बिगुल बजाना काम आया, आज तक हमारे क्षेत्र में उसके बाद, बिजली और पानी की समस्या कभी नहीं हुई और लोग मम्मी को तब से नेता जी ही कहने लगे!
😂😂


© सुधा सिंह 💐💐