...

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जीत,जीत,और सिर्फ जीत
हार क्या जब मन ना हारा।
शक्ति तो अंतःकरण से
सिंह सी फुफकारती है।
जिस जिंदगी में मनुष्य रूप मिला वह सबसे महत्वपूर्ण है। खूबसूरत है। लाजवाब है।
क्योंकि ईश्वर के बाद मनुष्य इस पृथ्वी पर क्रिएटर है।ईश्वर ने आपको बनाया।हम और आप मिलकर इस पृथ्वी पर कितना कुछ बनाते हैं ।हर रोज कुछ नया हर क्षण कुछ नया। है ना क्रियटर।
जिसके पास क्रिएट करने की शक्ति है, कुछ बनाने का कला है वह सिर्फ मनुष्य और मनुष्य। हम और आप हैं। पृथ्वी पर किसी और जीव में यह शक्ति नहीं।
फिर कोई भी व्यक्ति कैसे अपनी जिंदगी से हार जाता है वह अपनी जिंदगी की खूबसूरती को कैसे नहीं समझता। उसे महत्वपूर्ण कैसे नहीं मान सकता और कैसे वह मर जाता है खुद की हत्या कर लेता है।
गलत और सिर्फ गलत।
जब भी मन में कोई निराश भाव है जब भी आप हताश हो जब भी आपको लगे कि आप जिंदगी से हार रहे हैं और एक ही रास्ता आपके पास आपकी मौत का बचा है तो आप आंखें बंद करके इस खूबसूरत सी दुनिया को देखें और महसूस करें कि इस खूबसूरत दुनिया में आपने अपने लिए कौन सी जगह बनाई है।आपने क्या क्रिएट किया जो आप खो चुके और हार गए हैं।फिर अपनी शक्ति का एहसास करें कि आपको इस पृथ्वी पर कुछ करने के लिए भेजा गया है आप एक क्रिएटर हैं।
आप पाएंगे कि आपके शरीर में एक शक्ति का संचार हो रहा है और आपके मन से वह सारी नकारात्मक भावनाएं खत्म हो जाती है।
फिर से हम खुद को उत्साहित मसुस करने लगते है।
और तब हमारे कदम फिर से आगे बढ़ने के लिए रहें चुन लेती है।
जरूरत सिर्फ अपनी शक्ति के अहसास का है।
फिर कोई खुद की हत्या नहीं करेगा।
#अमृता