भूतिया धोखा (भाग -4)
बल्कि उनका दोस्त शेखर होता है जिसने उन्हें घूमने जाने के लिए यह जगह सुझाई थी। वे उससे पूछते हैं कि तुम यहां ऐसे चोरी क्यों कर रहे हो? तो वह कुछ नहीं बताता और उन्हें गुमराह करके भागने की कोशिश करता है। परन्तु वह कामयाब नहीं होता। तब उसे हारकर उन्हें सच बताना ही पडता है कि यहां कोई भूत - वूत नहीं है। वहीं उनको भूत बनकर अब तक डरा रहा था। वे उससे कारण पूछते हैं तो कहता है -वह...