...

3 views

स्वप्न का राजकुमार
Art Credit - SimmU

निमिषा रात को देर से सोयी थी सपना देखती है
एक सुन्दर सा युवक उसे देखकर मुस्कुरा रहा फिर आगे बढ़ कर निमिषा की तरफ हाथ बढ़ाया तो निमिषा ने हाथ पीछे खींच लिया
निमिषा असहज नहीं थी बल्कि इतनी जल्दी नजदीकियां नहीं बढ़ाना चाहती थी

इस बात का उस युवक को भी एहसास हो गया
मैं एक राजकुमार हूं

इतना सुनते ही निमिषा उसकी बातों मे खोने लगी

आप जहां तक देख रही है ये पूरा मेरा राज्य है
पर

मैं जानता हूं आप क्या सोच रही है
की मेरे वस्त्र राजाओ जैसे नहीं

जी जी
क्योंकि मैं किसी भी समय के हिसाब से खुद को बदल सकता हूं मैं स्वप्न का राजकुमार हूं

ये क्या नाम हुआ
यानी स्वप्न नगर से ही तय होता है अछा सपना देखे लोग
अगर डरावने सपने आते हैं तो हमे पता पड़े इसलिए इस काम के लिए जोजो है
ये ध्यान रखता है किसी को डर वाले सपने ना आए

तो क्या आप किसी के भी सपने मे आ सकते हैं
हाँ पर सिर्फ उनके सपनों का ध्यान रखना की कहीं डर वाले स्वप्न तो नहीं
सिर्फ डर वाले स्वप्न पर ही हमे खुद पता पड़ जाता
हम वहां जाते और वो सपना बदल देते

आप तो बातें भी अच्छी करते और आपका काम भी अच्छा है
मेरा नाम अमन है
मेरा नाम निमिषा है

दोनों घूमने लगे
अमन निमिषा के करीब आने लगा
एक चुटकी बजाते ही बादल आ गया

दोनों उस पर बैठ गए
और बादल आगे आगे बढ़ने लगा

ये पूरी दुनिया मुझसे है वैसे तो मेरा राज्य यही है
पर लोगों को डरावने सपने परेशान ना करे ये ध्यान रखना भी मेरा काम है इसलिए मैं जैसे ही कोई डरावने सपने का पता चलता है उसे खुशी वाले सपने मे मे बदल देता हूं

यानी क्या हमारा सपना भी मैं भूल जाऊँगी या याद रखूंगी क्योंकि आप तो स्वप्न का ध्यान रखते है

तुम सपना नहीं भूलोगी
मैं एक दिन आऊंगा तुम्हारा हाथ मांगने

निमिषा की सुबह आंखे खुली
वो मुस्कुरा दी उसे ऐसा सपना पहले कभी नहीं आया था

निमिषा सोचने लगी क्या ये सपना पूरा होगा
थोड़े दिन पूरे हुए
एक युवक आया उसकी आभा ऐसी की
उसके सामने सब फीके
चेहरा इतना आकर्षक की नजर ना हटे

दरवाजा बजने पर निमिषा ने दरवाज़ा खोला
उस युवक को निमिषा देखती ही रह गयी

निमिषा समझ गयी उसके सपनो का राजकुमार आ गया है उसे लेने

अमन ने निमिषा के माता पिता से बात की
मैं आपकी बेटी को पसंद करता हूं उसका हाथ मांगने आया हूं बहुत खुशी मिलेगी उसे

निमिषा के माता पिता एक दूसरे का मुँह देखने लगे
क्या करते हो बेटे तुम क्या नाम है तुम्हारा ?

मेरा नाम अमन है मैं स्वप्न पुरी का राजकुमार हूं
हमारी बेटी भी मज़ाक करती है और तुम भी

मैं मज़ाक नहीं करता
हाँ माँ ये स्वप्न पुरी के राजकुमार है मुझे सपने मे बताता मेरा काम सभी को अच्छे सपने देना

माँ ने ऐसा पहले कभी नहीं सुना था
एक बारगी उन्हें यकीन नहीं हुआ ऐसा कैसे हो सकता है ?

बेटे हमने ऐसा आज तक नहीं सुना सपने से निकलकर कोई सामने आ जाए और रिश्ते की बात करे ये वाली सपने जैसा लगता है

अमन को एहसास हो गया निमिषा के माता पिता नहीं मानेंगे
अमन जाने लगा
रुको बेटा हम अपनी बेटी का हाथ तुम्हारे हाथ मे देते हैं उसे आज से पहले इतना खुश कभी नहीं देखा

अमन ने आंखे बंद की और दोनों के लिए माला आ गयी हाथ मे
अमन ने निमिषा को माला पहनाई
निमिषा ने अमन को माला पहनाई
फिर से अमन ने आंखे बंद की मंगलसूत्र आ गया हाथ मे
अमन ने निमिषा को मंगलसूत्र पहनाया

फिर निमिषा के गले लगी
और दोनों बादलों पर आरूढ़ हो स्वप्न पुरी चले गए

अमन के माता पिता का बहुत पहले देहावसान हो गया था 500 साल पहले
पृथ्वी से अलग समय था वहां बच्चे की उम्र भी 110 साल की थी

निमिषा मे परिवर्तन होने लगा
वो अब 24 साल की नहीं लगती थी वो अब
वहां के वातावरण के हिसाब से उसकी उम्र बदलने लगी
निमिषा बहुत समझदार हो गयी

एक दिन निमिषा को जो-जो ने बताया किसी को डरावना सपना आया है जिससे वो डर गए हैं देखिए स्क्रीन पर

निमिषा ने देखा वो तो मम्मी है
ये देखकर निमिषा के आंसू शुरू हो गए

इतने मे राज्य का काम देखकर अमन आया
निमिषा को रोते देखकर पूछा किसकी मजाल हुई है जिसने तुम्हें रुलाया बोलो

किसी ने नहीं जो जो ने कहा स्क्रीन पर देखिए किसी को डरावना सपना आ रहा और वो डर गए हैं
स्क्रीन पर देखने पर माँ कोई और नहीं माँ निकली जिन्हें डरावना सपना आया

ये सुनकर अमन ने आंखे बंद की और तुरंत आंखे खोल दी
थोड़ी देर बाद देखा निमिषा की माँ का डर हट गया

आपने ऐसा क्या करा की माँ का डर तुरंत हट गया ?
मैंने अपने इष्ट को याद कर
अपनी शक्ति का कुछ भाग उन्हें दे दिया अब उन्हें कुछ नहीं होगा

आप बहुत ही ज्यादा अच्छे है
वो तुम्हारी माँ है तो मैं उन्हें कैसे कुछ होने देता

ये सुनते ही निमिषा अमन के गले लग गयी ।

















समाप्त
25/6/2024
5:58 शाम






PC - Pinterest
© ©मैं और मेरे अहसास