...

4 views

लुटेरी वास्तविकता
बहुत समय तक प्यासा रहने पर पानी की बूंद जैसे प्यासे व्यक्क्ति को मीठी प्रतीत होती है ,जिस प्रकार नेत्रहीन को नेत्र मिल जाएँ,जैसे किसी जख्मी को मरहम सा मिला हों  एसा ही कुछ महसूस हो रहा था महत्व को ,अचानक उसका जीवन जैसे एक मनमोहक खुशबु से भर गया हों , महत्व के लिए अनायास ,अचानक हुआ यह परिवर्तन अत्यधिक लुभावना था अभी महत्व कुछ देर ही इस उमंग भरी हवा में सांसें ले ही रहा था  की उसने कानों में रुदन स्वर सुना ,महत्व जैसे ही पलटा तो उसने देखा  एक वृद्ध जो की बैठा रो रहा था और यह रुदन महत्त्व से सहन नहीं हो रहा था, जिस कारण महत्व डरा-सहमा सा उस वृद्ध व्यक्ति की ओर गया और जैसे ही उसने अपने तेज़ कपकपाते हाथों और अत्यधिक कंप ली हुई सांसों का सांसों से मुकाबला करते हुए वृद्ध व्यक्ति के कंधे में हाथ रखा तो सहसा वो और अधिक डर गया , उस वृद्ध व्यक्ति का रूप अतिरिक्त डरावना था उसने देखा की उस वृद्ध का चेहरा उसके सफ़ेद बालों से  बालों से ढका था जो एक दम बिखरे हुए थे बूढ़ा व्यक्ति महत्व को देखकर अपने बालों को समेटकर कुछ पल के लिए मुस्कुराया और फिर अचानक तभी वो वृद्ध  व्यक्ति रोता हुआ ही  उठ कर उससे दूर जाने लगा , महत्त्व ने उसे बहुत रोका पर वो नहीं रुका अब महत्व को लगा वो भी एक तीव्र आकर्षण बल से उसकी ओर खिंचा खिंचा जा रहा है, उसके पीछे चलने लगा ,कुछ देर चलने के बाद वो वृद्ध व्यक्ति एक पुराने मकान के सामने आकर रुका, "महत्त्व इस मकान को पहले भी देख चुका था" और उसने अपनी जेब से चाबी निकाल कर झुकते हुए  एक पुराने दरवाजे का ताला खोला और भीतर चला गया, वृद्ध व्यक्ति ने दरवाजा खुला रखा जैसे कि वो चाहता हो की महत्त्व भीतर आ जाएं महत्व भी घर के प्रती आकर्षण के कारण भीतर आ गया . ...... जारी है ..........

तो कैसा लगा आपको कहानी का पहला भाग  आशा है आपको पसंद आया होगा अगले भाग में हम जानेंगे महत्व और उस बूढ़े व्यक्ति का क्या रिश्ता है ? और जब वह उस घर में दाखिल होता है तो वहां क्या-क्या होता है पढ़ना ना भूलियेगा


© चंदन नेगी Mr.O+IVE