तुझे रोक पता
काश तुझे रोक पता
किसी भी बहाने से
जो तुझे पता भी ना चलता
कुछ ऐसा होता की
तेरी रुकती धड़कन
तेरी बंद होती आँखें
भूलती मुझे तेरी यादे
ठंडी पड़ती तेरी हथेली
सब अचानक सब रुक जाता
काश कुछ ऐसा हो जाता
कुछ भी कर के तुझे रोक पता…..
© 𝕤𝕙𝕒𝕤𝕙𝕨𝕒𝕥 𝔻𝕨𝕚𝕧𝕖𝕕𝕚
किसी भी बहाने से
जो तुझे पता भी ना चलता
कुछ ऐसा होता की
तेरी रुकती धड़कन
तेरी बंद होती आँखें
भूलती मुझे तेरी यादे
ठंडी पड़ती तेरी हथेली
सब अचानक सब रुक जाता
काश कुछ ऐसा हो जाता
कुछ भी कर के तुझे रोक पता…..
© 𝕤𝕙𝕒𝕤𝕙𝕨𝕒𝕥 𝔻𝕨𝕚𝕧𝕖𝕕𝕚
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