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अगर मै किताब लिखती ❤️
अगर मैं किताब लिखती
तो खुशियाँ वो बेहिसाब लिखती
टूट कर बिखर गया जो
हां मै फिर से एक नई ख़्वाब लिखती
कभी मोहोब्बत कभी प्यार लिखती
कभी रातों के अंधेरों मे
वो हर लम्हा इंतजार लिखती
टूटा हुआ ख़्वाहिस लिखती
नई खुशियों की फरमहिस लिखती
हर पन्नें पर मुस्कान लिखती
दिल के अधूरे आर्मान लिखती
उनके साथ बीते लम्हें
वो हर खुशियों की सौगात लिखती
जो दिल को पल पल दुखाता है
मै वो हर बात लिखती
बिखरे हुए सपनों से लेकर
बिछड़े हुए अपनों तक
मै वो हर एहसास लिखती
अगर मै किताब लिखती तो
नई उम्मीदें नई आश लिखती
राधा के प्रेम से लेकर
सीता की परीक्षा लिखती
रुक्मिणी की चाहत से लेकर
उर्मिला की प्रतीक्षा लिखती
प्रेम की दर्द की एहसास लिखती
अगर मै किताब लिखती
तो हर पंक्क्तियों में कृष्ण प्रेम की आस लिखती
❤️❤️❤️❤️❤️❤️
shital mishra
तो खुशियाँ वो बेहिसाब लिखती
टूट कर बिखर गया जो
हां मै फिर से एक नई ख़्वाब लिखती
कभी मोहोब्बत कभी प्यार लिखती
कभी रातों के अंधेरों मे
वो हर लम्हा इंतजार लिखती
टूटा हुआ ख़्वाहिस लिखती
नई खुशियों की फरमहिस लिखती
हर पन्नें पर मुस्कान लिखती
दिल के अधूरे आर्मान लिखती
उनके साथ बीते लम्हें
वो हर खुशियों की सौगात लिखती
जो दिल को पल पल दुखाता है
मै वो हर बात लिखती
बिखरे हुए सपनों से लेकर
बिछड़े हुए अपनों तक
मै वो हर एहसास लिखती
अगर मै किताब लिखती तो
नई उम्मीदें नई आश लिखती
राधा के प्रेम से लेकर
सीता की परीक्षा लिखती
रुक्मिणी की चाहत से लेकर
उर्मिला की प्रतीक्षा लिखती
प्रेम की दर्द की एहसास लिखती
अगर मै किताब लिखती
तो हर पंक्क्तियों में कृष्ण प्रेम की आस लिखती
❤️❤️❤️❤️❤️❤️
shital mishra
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