#मन तो मेरा भी पढ़ने को कहता है।।।
मन तो मेरा भी करता है,
गिनती पहाड़े सुनाऊं मैं
कंधो पे टांग के बस्ता,
रोज़ पढने जाऊ मैं
लेकिन कचरे के बोरे की जगह,
किताबे नहीं ला सकता मैं
ख्वाबो में भी कभी,
स्कूल नहीं जा सकता मैं
मेरी भी तमन्ना है,
पढ़ लिख कर कुछ बन जाऊं मैं
लेकिन भूखे पेट को,
रोटी कहा से लाऊं मैं
#जुगनू
गिनती पहाड़े सुनाऊं मैं
कंधो पे टांग के बस्ता,
रोज़ पढने जाऊ मैं
लेकिन कचरे के बोरे की जगह,
किताबे नहीं ला सकता मैं
ख्वाबो में भी कभी,
स्कूल नहीं जा सकता मैं
मेरी भी तमन्ना है,
पढ़ लिख कर कुछ बन जाऊं मैं
लेकिन भूखे पेट को,
रोटी कहा से लाऊं मैं
#जुगनू
Related Stories