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दिल खाली खाली सा है
तुझसे दूरियाँ
कैसे सह पाऊँ मैं
तुझसे बिछड़कर
दूर कैसे रह पाऊँ मैं,
चुभती है ये जिंदगी
तू मेरे पास जो नहीं
खाली है ये जिंदगी
तेरा साथ जो नहीं,
शाम रात बन गई
नींद आती नहीं
तेरी याद साथ रहकर
मुझे सुलाती नहीं,
बस तेरे ख्यालों में
हरपल मैं डूबा रहूँ
तू मिल जाए मुझको
खुदा से यही दुआ मैं करूँ,
यही दुआ मैं करूँ।।
© hv_musings
कैसे सह पाऊँ मैं
तुझसे बिछड़कर
दूर कैसे रह पाऊँ मैं,
चुभती है ये जिंदगी
तू मेरे पास जो नहीं
खाली है ये जिंदगी
तेरा साथ जो नहीं,
शाम रात बन गई
नींद आती नहीं
तेरी याद साथ रहकर
मुझे सुलाती नहीं,
बस तेरे ख्यालों में
हरपल मैं डूबा रहूँ
तू मिल जाए मुझको
खुदा से यही दुआ मैं करूँ,
यही दुआ मैं करूँ।।
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