कोरे कागज़ पर लिख दिया कुछ एहसास आज
कोरा कागज़ है
कितने एहसास औऱ ख्वाब सिमटे हैं इसमे ैं
लिख दिया कुछ लफ़्ज़ इन्हें कविता ना समझो
ये ख्वाब हैं जो लिखे हैं
एहसास...
कितने एहसास औऱ ख्वाब सिमटे हैं इसमे ैं
लिख दिया कुछ लफ़्ज़ इन्हें कविता ना समझो
ये ख्वाब हैं जो लिखे हैं
एहसास...