दोस्त ज़रूर बनना...
ज़िंदगी में कुछ बनो न बनो मगर
एक अच्छे दोस्त ज़रूर बनना...
कुछ हासिल कर सको या नहीं पर
दोस्त का भरोसा ज़रूर जीतना...
किसी के दुःख हर सको या नहीं लेकिन
दोस्त के बहते आंसू ज़रूर पोंछना...
किसी अपने को कांधा दो या न दो
दोस्त को मुश्किल में कंधा ज़रूर देना...
किसी का सहारा बनो या न बनो पर
दोस्त को कभी बेसहारा मत छोड़ना...
किसी की खुशियों का कारण बनो या नहीं
दोस्त के दुखों की जड़ मत बनना...
किसी को अपना बना सको या नहीं पर
दोस्त को कभी भी पराया मत करना...
किसी से आँखें मिला सको या नहीं
दोस्त की नज़रों में कभी नहीं गिरना...
किसी की आवाज़ सुनो या नहीं
दोस्त को कभी अनसुना मत करना...
सबसे मुंह मोड़ लेना ऐ दोस्त मगर
दोस्ती की कभी राह मत छोड़ना...
© ढलती_साँझ
एक अच्छे दोस्त ज़रूर बनना...
कुछ हासिल कर सको या नहीं पर
दोस्त का भरोसा ज़रूर जीतना...
किसी के दुःख हर सको या नहीं लेकिन
दोस्त के बहते आंसू ज़रूर पोंछना...
किसी अपने को कांधा दो या न दो
दोस्त को मुश्किल में कंधा ज़रूर देना...
किसी का सहारा बनो या न बनो पर
दोस्त को कभी बेसहारा मत छोड़ना...
किसी की खुशियों का कारण बनो या नहीं
दोस्त के दुखों की जड़ मत बनना...
किसी को अपना बना सको या नहीं पर
दोस्त को कभी भी पराया मत करना...
किसी से आँखें मिला सको या नहीं
दोस्त की नज़रों में कभी नहीं गिरना...
किसी की आवाज़ सुनो या नहीं
दोस्त को कभी अनसुना मत करना...
सबसे मुंह मोड़ लेना ऐ दोस्त मगर
दोस्ती की कभी राह मत छोड़ना...
© ढलती_साँझ