दर्द
अपने दर्द को सीने में दबाओ, लबों पर मुश्कान होने दो।
अपने तकलीफों को किश्तों में मत बांटो, ज़रा उनको भी परेशान होने दो।
मेरे परेशानियों से रूबरू होने में उनको ख़ुशी मिलती है तो बार बार ही सही इसी बहाने उनको भी मेरे पे मेहरबान होने दो।
स्व रचित-अभिमन्यु
अपने तकलीफों को किश्तों में मत बांटो, ज़रा उनको भी परेशान होने दो।
मेरे परेशानियों से रूबरू होने में उनको ख़ुशी मिलती है तो बार बार ही सही इसी बहाने उनको भी मेरे पे मेहरबान होने दो।
स्व रचित-अभिमन्यु