![...](https://api.writco.in/assets/images/post/user/poem/898220628080233420.webp)
12 views
#बिखर
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
दिल लगाकर कौन खुश रेहता बे
चल हम ऐसे ही काट लेंगे जिंदगी
बिखर कर आखिर कब तक चलेगा
चीखकर आवाज उठा कर , गलत धारणा हटाते है बे
निखार कर उदासियो को, समझौता नहीं
राह के पत्थरों को हटाकर अपनी मंजिल की तरफ़ बढ़ते हैं रे...
चल बिखर कर नहीं निखर कर आगे बढते हैं
बे...😊🫂
© Angelite** :)
Related Stories
26 Likes
7
Comments
26 Likes
7
Comments