मैं बंजारा
एक भटकता राही हूं मैं
जो मंजिल की तलाश में था
और रास्ते से इश्क कर
बंजारा बन गया ।।
तुम पीछा न करो मेरा
मेरे पास आने का न सोचो
बेसहारा हूं मैं
जो इस दुनिया से किनारा कर गया ।
© lafzbykabir
जो मंजिल की तलाश में था
और रास्ते से इश्क कर
बंजारा बन गया ।।
तुम पीछा न करो मेरा
मेरे पास आने का न सोचो
बेसहारा हूं मैं
जो इस दुनिया से किनारा कर गया ।
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