...

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दिल के अल्फाज
सुनो ना मुझे तुमसे कुछ कहना है ,
इस दिल को तुम से मोहब्बत हो गयी है...

मैं किताब बन जाऊं तुम स्याही बन जाना,
मुझ अधूरी कहानी को तुम पूरी कर जाना...

तुम सफर नहीं मेरी मंज़िल बन जाओ ना,
मेरी ढलती शाम की प्यारी सुबह बन जाओ ना...

ये जो तुम्हारी आंखों में नमी हैं,
मुझे इन्हे पूरी तरह चुराना हैं...

तुम्हारी खोयी हुयी मुस्कान को
तुम्हारे होठों पर फिर से लाना हैं...

तुम्हे फूल की महक बना कर,
तुम्हारे सारे दर्द के कांटे अपना लूंगा...

जब तुम्हारी जिदंगी में ज्यादा धूप होगी
मैं बन के छांव आ जाऊंगा...

सुनो मैं तुम्हारे संग जिंदगी बिताना चाहता हूं,
क्या तुम भी मेरी हमसफ़र बनना चाहोगी...?

#chaurasiya4386
@Rahul chaurasiya