पग-पग धरती पग-पग अम्बर
#पग-पग
पग -पग धरती पग -पग अम्बर
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल
तपकर तरकर जगमग हो लो
हँसती दुनिया तुम पर जबतक
तुम मन भर कर तब तक रो लो
फिर तुम उठकर आँसू पोंछों
मंज़िल के सब मग टटोलो
जीवन क्या है जानोगे तुम
पहले मन के मन को खोलो
जब अपना ना हो पाये कोई
तब तुम ही अपने अपने हो लो।
© Seerat Masipanya
#कविता #poetry #seeratmasipanya #yourquote #yourquotewaale #yourquotewriter
पग -पग धरती पग -पग अम्बर
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल
तपकर तरकर जगमग हो लो
हँसती दुनिया तुम पर जबतक
तुम मन भर कर तब तक रो लो
फिर तुम उठकर आँसू पोंछों
मंज़िल के सब मग टटोलो
जीवन क्या है जानोगे तुम
पहले मन के मन को खोलो
जब अपना ना हो पाये कोई
तब तुम ही अपने अपने हो लो।
© Seerat Masipanya
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