क्या राम बना जा सकता है?
राम कौन ?
जिनके लिए माता पिता का सम्मान है सबसे ऊपर।
bonding है दो पीढ़ियों की बहुत मजबूत।
पिता के मजबूरी में लिए गए फैसले पे खरा उतरने वाले राम।
राम कौन?
वनवास में सबका सहयोग,तालमेल,सहायता लेकर आगे बढ़ने वाले ,survive करने वाले राम।
ये दुनिया भी वन ही ठहरी क्या बन पाएंगे हम सब राम।
निराशा,हार,अभाव, उपेक्षा सब से लड़ बन पाएंगे पथिक श्रेष्ठ।
राम कौन?
खाली हाथ होकर भी प्यार को पाने की मेहनत उत्तर से दक्षिण तक करने वाला।
निभाने वाला बंधन अटूट।
रख कर राम के आने का भरोसा,सहकर सारी मन की पीड़ा क्या रख पाएगी हर स्त्री सीता सा मजबूत भरोसा।
क्या ! क्या ! बन पाएंगी जोड़ियां राम सीता सी परछाई एक दूजे की।
राम कौन?
जिसने त्यागा राजकुमार होने का घमंड , सबको साथ लेकर चलने वाला।
परशुराम से नन्ही गिलहरी तक।
हो विनीत करबध्य मान देने वाला।
राम कौन?
दोस्ती गहरी निभाने वाला।
सुग्रीव, विभीषण के हक़ के लिए
अपने दुख भूलने वाला।
प्राचीनता से आधुनिकता तक सब सिखाने वाले अपने राम सा भले न बन पाए हम सब कभी।
लेकिन बन सकते हम सब हर पल एक प्रगतिशील इंसान।।
समीक्षा द्विवेदी
© शब्दार्थ📝
जिनके लिए माता पिता का सम्मान है सबसे ऊपर।
bonding है दो पीढ़ियों की बहुत मजबूत।
पिता के मजबूरी में लिए गए फैसले पे खरा उतरने वाले राम।
राम कौन?
वनवास में सबका सहयोग,तालमेल,सहायता लेकर आगे बढ़ने वाले ,survive करने वाले राम।
ये दुनिया भी वन ही ठहरी क्या बन पाएंगे हम सब राम।
निराशा,हार,अभाव, उपेक्षा सब से लड़ बन पाएंगे पथिक श्रेष्ठ।
राम कौन?
खाली हाथ होकर भी प्यार को पाने की मेहनत उत्तर से दक्षिण तक करने वाला।
निभाने वाला बंधन अटूट।
रख कर राम के आने का भरोसा,सहकर सारी मन की पीड़ा क्या रख पाएगी हर स्त्री सीता सा मजबूत भरोसा।
क्या ! क्या ! बन पाएंगी जोड़ियां राम सीता सी परछाई एक दूजे की।
राम कौन?
जिसने त्यागा राजकुमार होने का घमंड , सबको साथ लेकर चलने वाला।
परशुराम से नन्ही गिलहरी तक।
हो विनीत करबध्य मान देने वाला।
राम कौन?
दोस्ती गहरी निभाने वाला।
सुग्रीव, विभीषण के हक़ के लिए
अपने दुख भूलने वाला।
प्राचीनता से आधुनिकता तक सब सिखाने वाले अपने राम सा भले न बन पाए हम सब कभी।
लेकिन बन सकते हम सब हर पल एक प्रगतिशील इंसान।।
समीक्षा द्विवेदी
© शब्दार्थ📝