मेरी माँ
मेरी माँ
माँ,मुझे इस बेईमान दुनिया से डर लगता है,अपनी गोदी मे फिर से उठा लेना माँ
माँ ,मुझे इन दंरिदो की नजरो से बचा ले,अपने आँचल मे छुपा लेना माँ
माँ, मुझे इस भीड मे खो जाने का डर लगता है,फिर से मेरी ऊंगली पकड लेना माँ
माँ,आज बहुत थक गई हूँ,लोरी गाकर गोदी मे सुला लेना माँ
माँ,जब भी मुझे कोई कुछ गलत कहेगा,उन बुरे तानो से बचा लेना न माँ
माँ,तू दिनभर सिर्फ़ मेरे लिए परेशान होती है,थोडा सा आराम तू भी कर लेना माँ
माँ,मुझे इस बेईमान दुनिया से डर लगता है,अपनी गोदी मे फिर से उठा लेना माँ
माँ ,मुझे इन दंरिदो की नजरो से बचा ले,अपने आँचल मे छुपा लेना माँ
© Prachi Agrawal
माँ,मुझे इस बेईमान दुनिया से डर लगता है,अपनी गोदी मे फिर से उठा लेना माँ
माँ ,मुझे इन दंरिदो की नजरो से बचा ले,अपने आँचल मे छुपा लेना माँ
माँ, मुझे इस भीड मे खो जाने का डर लगता है,फिर से मेरी ऊंगली पकड लेना माँ
माँ,आज बहुत थक गई हूँ,लोरी गाकर गोदी मे सुला लेना माँ
माँ,जब भी मुझे कोई कुछ गलत कहेगा,उन बुरे तानो से बचा लेना न माँ
माँ,तू दिनभर सिर्फ़ मेरे लिए परेशान होती है,थोडा सा आराम तू भी कर लेना माँ
माँ,मुझे इस बेईमान दुनिया से डर लगता है,अपनी गोदी मे फिर से उठा लेना माँ
माँ ,मुझे इन दंरिदो की नजरो से बचा ले,अपने आँचल मे छुपा लेना माँ
© Prachi Agrawal