...

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एक अर्ज मेरा
माता भवानी त्रिलोक जननी,
सुन ले मेरी पुकार,
' आदि ' माता तू शिव हैं ' अनादि ' ,
सुन ले मेरी गुहार।।०।।

चल चलके सफ़र ये मेरा,
होता जाता है दुश्वार,
कितना चलूं खिसकते हुए,
ये कैसा तेरा संसार।।१।। माता भवानी.......,

भक्तों की वाणी तू दुख हरणी,
तू कृपा का पारावार,
मता कल्याणी दुर्गति नाशिनी,
कर ले अर्ज़ स्वीकार।।२।।माता भवानी.....,

आया हूं मैं तो खाली न भेजना,
दे दे माँ भक्ति का सार,
माया संसार ये, भव भवानी,
कर दे माँ भव पार।।३।। माता भवानी.......,
© Aditya N. Dani #writer