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आखिर इस जिन्दगी में रखा ही क्या है
क्यूं बताऊं जमाने को, के मेरा फलसफा क्या है ।
बदलती इस दुनिया में, बदलते लोगों के संग,
पेश आने का, और मेरे जीने का तरीका क्या है ।
अपनी ही धुन में रहना तो फितरत है मेरी,
औरों का हाल चाल पूछने की जरूरत क्या है ।
जिंदगी का क्या भरोसा आज है, तो कल नही,
आखिर इस जिन्दगी में रखा ही क्या है ।
© NyN ..
बदलती इस दुनिया में, बदलते लोगों के संग,
पेश आने का, और मेरे जीने का तरीका क्या है ।
अपनी ही धुन में रहना तो फितरत है मेरी,
औरों का हाल चाल पूछने की जरूरत क्या है ।
जिंदगी का क्या भरोसा आज है, तो कल नही,
आखिर इस जिन्दगी में रखा ही क्या है ।
© NyN ..
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