सर्द यादों के ज़माने
फिर आ गया सर्द मौसम
फिर तेरी यादों के ज़माने आये,
हर सफ़र का अंतिम पड़ाव है
लेक़िन स्मृतियों की यात्रा
का नहीं कोई भी ठहराव है,
ये अजर-अमर यादें
जैसे रोज उगता आफ़ताब
जैसे रात के दामन में माहताब,...
फिर तेरी यादों के ज़माने आये,
हर सफ़र का अंतिम पड़ाव है
लेक़िन स्मृतियों की यात्रा
का नहीं कोई भी ठहराव है,
ये अजर-अमर यादें
जैसे रोज उगता आफ़ताब
जैसे रात के दामन में माहताब,...