दास्तान ए जिंदगी
युँही लिखते लिखते दास्तान ए जिंदगी लिखते गए
जिंदगी के बही खाते मे ग़मो का हिसाब लिखते गए
कुछ गैरों के और ज्यादा अपनों के घाव लिखते गए
गम नकद और...
जिंदगी के बही खाते मे ग़मो का हिसाब लिखते गए
कुछ गैरों के और ज्यादा अपनों के घाव लिखते गए
गम नकद और...