...

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दिल
हाँ ये सच है के
आइना झूठ नहीं बोलते
मगर ये दिल का क्या करें
और कौन रोके उसे ?

जो उसकी चाहत के लिए
उसके दिल में जगह पाने के लिए
खुद अपना ख्याल रखे बिना
कोई भी हद तक जा सकता है

आइना देखकर चेहरे को
समझ में आता है कि
अगर बस में नहीं है
तो भूल जाना ही सही है

मगर कम्बख्त दिल को
कैसे समझाए हम
जो आइना नहीं देख सकता
और प्यार में पागल हो जाता है!

© Krishnan
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