कहाँ से लाऊँ..
बेनूर जहान मेें, मैं वो नूर कहाँ से लाऊँ
तुम जैसा प्यार, मेरे यार कहाँ से लाऊँ
इन तरसती निगाहों नेे देखे 'ख़्वाब' जो
ख़्वाब का मुकम्मल जहा कहाँ से लाऊँ
मिल जाता है, हर कोई साथ चलने को
एहसास की कदर करें वो कहाँ से...
तुम जैसा प्यार, मेरे यार कहाँ से लाऊँ
इन तरसती निगाहों नेे देखे 'ख़्वाब' जो
ख़्वाब का मुकम्मल जहा कहाँ से लाऊँ
मिल जाता है, हर कोई साथ चलने को
एहसास की कदर करें वो कहाँ से...