मर्ज़ी तेरी
मेरे साथ चलना है या नहीं चलना मर्ज़ी तेरी
मेरी बातों को सुनना या ना सुनना मर्ज़ी तेरी
मेरी हर साँस माँगती पनाह तुमसे ज़िंदगी की
उन्हें ज़िंदा रखना है या मार देना है...
मेरी बातों को सुनना या ना सुनना मर्ज़ी तेरी
मेरी हर साँस माँगती पनाह तुमसे ज़िंदगी की
उन्हें ज़िंदा रखना है या मार देना है...