...

17 views

अधूरी सी ख्वाहिश
दूर जाकर भी क्यों तुम इतने पास हो
साथ ना होते हुए भी क्यों इतने खास हो
तुम्हारी हर आहट पर क्यों आज भी यह दिल धड़कता है
तुम्हारी हर मुस्कुराहट पर क्यों आज भी मुस्कुरा जाता है
तुम्हारे होने का एहसास क्यों आज भी है
तन्हाइयों की गहराइयों में यह आस क्यों आज भी है
दिल जानता है पर क्यों मानता नहीं
भुलाना चाहता है तुम्हें पर भुला पाता नहीं
एक टूटी हुई सी उम्मीद दिल को आज भी है
एक अधूरी सी ख्वाहिश दिल में आज भी है

© Megha

#khwahish

Related Stories