...

1 views

झरोखा
एक कोने से हल्की सी सिसकारी सुनीं
लगा जैसे हमें हमारी ही रूह सुनाई दी

और धीरे से बोलीं........
क्यों हुई होआज तुम इतनी बेबस

है तुममें अद्भुत शक्ति,
पहचान जरा अपनी हस्ती।

सपने सुहाने.........