![...](https://api.writco.in/assets/images/post/user/poem/749200530034100641.webp)
7 views
परछाई से बात .....
अपनी परछाई से बात करते हैं ।
जो करने की हिम्मत कभी ना हुई ,
उसे करने की हिम्मत फिर एक बार करते है ।
कुछ उसकी सुनते है,कुछ अपनी सुनाते है। ,
अपने बारे में उससे खुद को थोड़ा ओर
जानते है।
अपनी परछाई से बात करते है।
पूछते है उससे की कहा रह गई कमी
हमारी कोशिशों में ,
वहीं कोशिश फिर एक बार खुद के लिए दोहराते है ,
अपनी परछाई से बात करते है ।
परछाई जो कभी साथ नहीं छोड़ती है ,
उसे खुद के क़रीब थोड़ा ओर लाते है ,
अपनी परछाई से बात करते है।
जो करने की हिम्मत कभी ना हुई ,
उसे करने की हिम्मत फिर एक बार करते है ।
कुछ उसकी सुनते है,कुछ अपनी सुनाते है। ,
अपने बारे में उससे खुद को थोड़ा ओर
जानते है।
अपनी परछाई से बात करते है।
पूछते है उससे की कहा रह गई कमी
हमारी कोशिशों में ,
वहीं कोशिश फिर एक बार खुद के लिए दोहराते है ,
अपनी परछाई से बात करते है ।
परछाई जो कभी साथ नहीं छोड़ती है ,
उसे खुद के क़रीब थोड़ा ओर लाते है ,
अपनी परछाई से बात करते है।
Related Stories
8 Likes
0
Comments
8 Likes
0
Comments