...

4 views

मेरे अनमोल शब्द
ये मासूमियत तो बहाना है खुदगर्जी आंखों में दिखती है चिंता ना कर अब तो मोहोबत भी जस्बातो से खेल ती है सुबह को छीपती है रात को सजती है अरमान भी रात...