...

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मेरे पालनहार
वो मेरे श्याम थे
सपनों में मेरे
जो कल आये थे
मैं रो रही थी अकेले में
वो आंसु पोंछने आये थे
मैं डर रही थी जिस अंधेरे से
वो प्रकाश बन‌के आये थे
मैं घबरा रही थी जिस बात से
वो शुकून लेकर आये थे
एक जगमगाती रौशनी के साथ
मेरे श्याम मेरे पास आये थे
मेरे मन के प्रश्नों का
वो उत्तर बनकर आये थे
मेरी दिल की डोर कों
भक्ति के रस से जोड़ने आये थे
मेरे कन्हैया मुझसे मिलने आये थे
मेरी सारी उलझनों को
वो सुलझाने आये थे
वो मेरे ही बंसीधर थे
जो मेरी खुशियां बनकर आये थे
मैं जब रो रही थी अकेले में
मेरे पालनहार आंसु पोंछने आये थे
___पल्लवी.......